पृथ्वी
पृथ्वी एक लध्वक्ष गोलाभ (Oblate Spheriod) है, अर्थात् ऐसी गेंद जो लगभग गोलीय है परन्तु अपने ध्रुवों पर थोड़ी चपटी तथा मध्य में थोड़ी उभार लिए हुए है. इसकी भूमध्य रेखा के व्यास की लम्बाई 12,756 कि.मी. तथा ध्रुवीय व्यास की लम्बाई 12,714 किलोमीटर है |
पृथ्वी की गतियाँ
पृथ्वी की दो प्रकार की गतियाँ होती है –
(1) घूर्णन गति (दैनिकगति) – जब पृथ्वी अपनी काल्पनिक धुरी पर सूर्य के सामने पश्चिम से पूर्व की ओर एक पूरा चक्कर लगा लेती है तो यह उसकी दैनिक गति कहलाती है. पृथ्वी एक पूरा चक्कर 23 घंटे 56 मिनट और 4.09 सेकेण्ड अर्थात् एक दिन में लगाती है. पृथ्वी की इसी घूर्णन गति के कारण ही पृथ्वी पर दिन-रात होते है, चूँकि पृथ्वी अपनी धुरी पर 23 अक्षांश झुकी हुई है इसलिए रात-दिन वर्ष भर समान नही रहते हैं |
(2) प्ररिक्रमण गति (वार्षिक गति) – जब पृथ्वी अपने अंडाकार पथ से घूमकर सूर्य के चारो ओर एक चक्कर या एक परिक्रमा लगा लेती है तो इसे उसकी वार्षिक गति या परिक्रमण गति कहते है | पृथ्वी एक वर्ष में या 365 दिन 5 घंटे 48 मिनट और 45.51 सेकेंड या 3651/4 दिन में लगा पाती है. पृथ्वी की इसी गति के कारण रात-दिन छोटे-बड़े होते है तथा पृथ्वी पर ऋतू परिवर्तन होता है |
दिन व रात का बड़ा छोटा होना
पृथ्वी गोल है अतः कहीं सूर्य की किरनें अधिक देर तक पड़ती है तो कहीं कम, चूँकि पृथ्वी अपनी धुरी पर 23 अर्थात 23° -32ˈ झुकी है, अतः कभी इसका कुछ भाग सूर्य के पास आ जाता है और कभी कुछ दूर इसकी विपरीत दिशा में यह दूरी भी विपरीत हो जाती है. समाप्त की अवस्था में पृथ्वी का हर भाग सूर्य के समान एक सा रहता है अतः दिन रात बराबर होते है अन्य शब्दों में 21 जून को उत्तरी गोलार्ध्द में दिन बड़े तथा रात छोटी होती है और दक्षिणी गोलार्ध्द में दिन छोटे तथा रात बड़ी है | 22 दिसम्बर को यह स्थिति बिलकुल विपरीत हो जाती है अर्थात उत्तरी गोलार्ध्द में 21 जून को सबसे बड़ा दिन होता है और 22 दिसम्बर को दिन सबसे छोटा होता है, तथा दक्षिणी गोलार्ध्द में 22 दिसम्बर को सबसे बड़ा दिन तथा 21 जून को सबसे छोटा दिन होता है, जबकि दोनों गोलार्ध्दों में 21 मार्च तथा 23 सितम्बर को रात और दिन बराबर होते है |
You give a wrong news of global
ReplyDeleteCome on gyus atleast say about northern and southern hemisphere don't post incomplete answer
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